उज्जैन में 20 सितंबर को ऑर्थोपेडिक सोसाइटी एवं एमपी चैप्टर आईओए के संयुक्त तत्वाधान में राज्य स्तरीय आर्थोपेडिक कान्फ्रेन्स का उज्जैन में दिनांक 20,21, 22, सितंबर को महाकुंभ होने जा रहा है। इस कान्फ्रेंस में डॉ महेश मरमट ने बताया कि इस तीन दीनी सम्मेलन में संपूर्ण भारत से क्षेत्र की जानी-मानी डॉक्टर हस्तियां शामिल होगी इस सम्मेलन का शुभारंभ दिनांक 20 सितंबर को मध्य प्रदेश शासन के स्वास्थ्य मंत्री तुलसीराम सिलावट द्वारा किया जाएगा । जिसमें गेस्ट ऑफ ओनर डॉ राजेश मल्होत्रा होंगे, अध्यक्ष आई.ओ.ए. नई दिल्ली और विशिष्ट अतिथि डॉ अतुल श्रीवास्तव सचिव आई.ओ.ए. होंगे । इस महाकाल की नगरी उज्जैन में होने वाले वृहद डॉक्टर ऑर्थोपेडिक सम्मेलन के आयोजन के अध्यक्ष डॉ जितेंद्र भटनागर एवं सचिव डॉ अजय खरे ने बताया कि इस तीन दिवसीय चिकित्सक महाकुंभ में डाँक्टर आर. ए. अग्रवाल गोरखपुर, डॉक्टर शिव शंकर सोलापुर, डॉक्टर राम चढ्ढा मुबंई ,मनीष धवन दिल्ली, एन.के. मांगू दिल्ली, डॉ रमेश सेन चंडीगढ़, डॉ राजेश मल्होत्रा मुबंई, पंकज जिंदल पुणे, डॉ मनीष शाह अहमदाबाद, आदि जैसे प्रख्यात अस्ति रोग विशेषज्ञ प्रमुखता से शामिल होंगे । इस तीन दिवसीय सम्मेलन का आयोजन इंदौर रोड स्थित होटल अंजूश्री मैं होगा इस सम्मेलन में जोड़ प्रत्यारोपण मेरुदंड और अस्थि रोग की विकृतियों पर 3 दिन में तीन कार्यशाला आयोजित होगी । जिसमें प्रख्यात अस्थि रोग विशेषज्ञ द्वारा प्रशिक्षण दिया जाएगा इस सम्मेलन में विभिन्न प्रतिनिधियों द्वारा शोध पत्र पढ़े जाएंगे। अस्ति रोग की आधुनिक तकनीकी एवं ज्ञान का आदान-प्रदान होगा।
पति पुत्र को नकारा खुद बनी सम्पत्ति की वारीस
उज्जैन । उज्जैन नगर पालिका निगम के अधीनस्थ झोन कार्यालय 3 के अधिकारियों की मिलीभगत से मां लीलावती ने बेटी मलेरिया जिला अधिकारी की संपत्ति को कुटरचित तरीके से अपने नाम पर नामांतरण करवा कर मकान मालिक बन बैठी जबकि उक्त मकान उज्जैन नगर पालिक निगम के वार्ड क्रमांक 28 में स्थित है जिसका मुंसिपल कारपोरेशन नंबर 24/1 और 24/ 1/4 सुभाष मार्ग पर स्थित है। उक्त मकान मालकिन स्वर्गीय दुर्गेश नंदिनी शर्मा का दुर्घटना में दिनांक 22 -2- 2017 को निधन हो गया उसके बाद से ही लीलावती और परिवार के सदस्य द्वारा उक्त मकान हड़पने के लिए कुटरचित दस्तावेजों को आधार बनाना चालू कर दिया गया था । इस पूरे मामले की जानकारी नंदिनी के पति कुंदन कुमार लगी जब तक पूरे भ्रष्टाचार के खेल को कुटरचित तरीक़े से खेल चुके थे जोन क्रमांक 3 के अधिकारियों को मोटी रकम का लेन-देन कर नामांतरण लीलावती करवा चुकी थी नामांतरण कार्रवाई के दौरान जो शपथ पत्र पेश किया गया उसमें पति पुत्र का हवाला नहीं दिया गया। शपथ पूर्वक सत्य कथन करती हूं कि मेरी पुत्री दुर्गेश नंदिनी का स्वर्गवास हो गया है मैं शपथ ग्रहिता दुर्गेश नंदिनी की माता व उत्तराधिकारी होने के नाते उक्त मकान पर अपने नाम का नामांतरण चाहती हूं मेरे अलावा दुर्गेश नंदिनी का अन्य कोई बारिश नहीं है इसी को उज्जैन नगर पालिक निगम के अधीनस्थ संचालित जोन क्रमांक 3 द्वारा इसी शपथ पत्र को आधार बनाकर नगर निगम के अधिकारियों ने लीलाबाई के नाम पर नामन्तरण कर दिया गया है लीलावती दुर्गेश नंदिनी की माता है जिसका विवाह कुंदन कुमार के साथ हुआ है । जिसका एक पुत्र कार्तिकेय शर्मा है दुर्गेश नंदिनी की सारी चल अचल संपत्ति का मालिक कुंदन कुमार व पुत्र कार्तिकेय होना चाहिए पर दुर्गेश नंदिनी की मां ने पति पुत्र को हटाकर सारी संपत्ति की खुद मालिक बन बैठी और कूट रचित दस्तावेज निगम के अधिनस्थ जोन कार्यालय में प्रस्तुत कर उक्त मकान का नामांतरण करवा लिया गया कुंदन कुमार ने पुरे मामले की शिकायत पुलिस अधीक्षक निगम आयुक्त उज्जैन, महापौर को की गई । जिसे संज्ञान मे लेकर लीलावती के खिलाफ धारा 420 ,471 मेंअपराध दर्ज किया गया । निगम के अधिकारियों को अभयदान क्यों दिया गया क्योंकि इस पूरे मामले के षड्यंत्रकारी तो यह निगम के अधिकारियों की फौज है । इन पर क्यों कार्रवाई नहीं की गई है। आखिर इनको कौन बचा रहा है जांच के बाद ही पता चलेगा कि सच्चाई क्या है।
डॉ दुर्गेश नंदिनी की मौत के बाद बेटी की सारी संपत्ति मां ने हड़पी, कराया नामांतरण, झोन 3 के वार्ड 28 का पुरा मामला।
पुलिस अधीक्षक को लिखित शिकायत के बाद लीलावती के खिलाफ एफ आई आर दर्ज, निगम अधिकारियों को अभयदान।