कुटरचित दस्तावेज बना हथियार

उज्जैन । उज्जैन जिले की नागदा तहसील के अंतर्गत आने वाली नगर पंचायत उन्हेल के अध्यक्ष सीएमओ पार्षदों ने मिलकर केंद्र शासन की योजना सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय भारत सरकार की योजना के नाम पर डाका डाला गया । नगर पंचायत परिसर में 2016 से डे केयर सेंटर का संचालन कागजो पर किया जा रहा है । जो मात्र दिखावटी के तौर पर है । इस डे केयर सेन्टर का निरीक्षण करने दिल्ली से आए जांच दल के सदस्यों के सामने  आस पास से ग्रामीण बुजुर्गों को जांच दल के सामने परोस कर पूरे भ्रष्टाचार को अमलीजामा पहनाया गया।  इस सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय भारत सरकार के इसी विभाग के मंत्री महोदय भी इसी उज्जैन जिले के नागदा तहसील में निवास करते हैं। अगर इनके निवास के समीप की नगर पंचायत में केंद्र शासन की योजना को नगर पंचायत अध्यक्ष शासन की योजना को पलीता लगा सकती हैं तो और सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री खुद दिल्ली में महामहिम के हाथों सम्मानित करवाते हैं तो इससे अधिक शर्मनाक बात और क्या हो सकती हैं । जब नगर पंचायत के पार्षद जनप्रतिनिधि खुद कह रहे हैं कि यहां पर डे केयर सेंटर का संचालन मात्र 2016 में कुछ दिनों के लिए हुआ था। उसके बाद से यह डे केयर सेंटर नगर पंचायत अध्यक्ष द्वारा कागज के चंद टुकड़ों पर संचालित करते रहे हैं। नगर परिषद अध्यक्ष और परिषद के अधिकारियों द्वारा कैसे उन्हेल की जनता और माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मंत्रालय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता की योजना को कैसे पता लगाया जा रहा है वह भी इसी विभाग के मंत्री के सामने और खुद मंत्री पूरे फर्जीवाड़े के गवाह के रूप में माननीय राष्ट्रपति महोदय से इस नगर परिषद के अध्यक्ष को सरकारी तमंगा से नवाजने में कामयाब हो गए। इस पुरे घोटाले की जांच भ्रष्टाचार निवारण जांच एजेंसी से जांच कराई जाती है तो सारे भ्रष्टाचार की पोल खुल सकती हैं । इस सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय द्वारा इस डे केयर सेंटर की स्थापना मंत्रालय द्वारा 2005 में शुरुआत की गई थी और इसे वर्ष 2013 में राष्ट्रीय पुरस्कार की श्रेणी में रखा गया था । यह सम्मान वरिष्ठ नागरिकों विशेष तौर पर निर्धन वरिष्ठ नागरिकों की सेवा करने वाली संस्थानों और सुप्रसिद्ध वरिष्ठ नागरिकों को उनकी उत्तम सेवा और उपलब्धियों के सम्मान प्रदान किया जाता है यह पुरस्कार केंद्र सरकार द्वारा वरिष्ठ नागरिकों के प्रति सरोकार और उनका समाज में विधि सम्मत स्थान सशक्त करने के प्रति प्रतिबद्धता को प्रदर्शित करता है 2013 से 13 विभिन्न श्रेणियों में वयो श्रेष्ठ सम्मान प्रदान किए जाते हैं वही उन्हेल नगर पंचायत द्वारा कैसे सीनियर सिटीजन अवार्ड पाने के लिए कूट रचित तरीका अपनाकर सीनियर सिटीजन अवार्ड पाने में कामयाब हो गई नगर पंचायत उन्हेल इसकी जांच की जाना अति आवश्यक है।



सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय भारत सरकार द्वारा डे केयर सेंटर सम्मान।



सामाजिक न्याय मंत्री के गृह नगर नागदा कि नगर पंचायत उन्हेल का सच।


कागजों पर संचालित डे केयर सेंटर को मिला राष्ट्रपति के हाथों सम्मान।


उन्हेल नगर पंचायत अध्यक्ष द्वारा कूट रचित दस्तावेजों को बनाया सम्मान का कवच पाया सीनियर सिटीजन अवार्ड।