सिंहस्थ 2016 महाकुंभ की लूट, जिम्मेदार करेंगे कार्यवाही

उज्जैन । उज्जैन महाकाल की नगरी अवंतिका पुरी में प्रति 12 वर्षों के अंतराल में सिंहस्थ महाकुंभ मेले का आयोजन होता है। इस करोड़ों लोगों की आस्था के पर्व सिंहस्थ की मूलभूत सुविधा के लिए शासन प्रशासन अरबों रुपए खर्च कर मूलभूत सुविधाएं मुहैया कराई जाती है इसमें सिंहस्थ 2016 में विभागवार स्वीकृत निर्माण कार्य लगभग दो दर्जन विभागों द्वारा किए एवं कराए गए थे ।जिसमें 487 निर्माण किए गए जिसकी लागत 3092.03 करोड़ है इन दो दर्जन विभागों में सबसे ज्यादा निर्माण एवं विकास के कार्य लोक निर्माण विभाग भवन पथ एवं धर्मस्व विभाग के कार्य सहित 104 निर्माण किए और कराए गए जिसकी लागत 407 करोड़ 41 लाख स्वीकृत राशि हैं इन दो दर्जन विभागों में सबसे ज्यादा निर्माण और विकास कार्य लोक निर्माण विभाग द्वारा ही कराए गए वहीं बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार भी इसी विभाग द्वारा किया गया है ।क्योंकि पूरे सिंहस्थ मेला की विकास और निर्माण की कमान ऐसे लोक निर्माण विभाग के भ्रष्टाचारियों को सरकार ने सौंपी थी जिनके ऊपर भ्रष्टाचार के कई संगीन अपराध हैं वही अपने विभागीय जांचे तो अनगिनत है जिसका कोई हिसाब किताब लोक निर्माण विभाग के पास भी नहीं है। ऐसे इन दोनों महा भ्रष्ट पी.जी.केलकर कार्यपालन यंत्री कोमल चंद भूतड़ा को सिंहस्थ उप संभाग का नोडल अधिकारी नियुक्त कर इन दोनों भ्रष्टों ने 3092.03 करोड़ के निर्माण कार्य किए गए इन दोनों भ्रष्टाचारियों ने मेले के विकास और निर्माण कार्यों के नाम पर 500 से 1000 करोड़ का घोटाला किया गया जिसकी आज तक किसी भी अधिकारियों द्वारा जांच नहीं की गई है सिंहस्थ संपन्न होते ही दोनों भ्रष्टाचारी यहां से रवाना हो गए । पीजी केलकर लोक निर्माण विभाग से अपना स्थानांतरण सेतू संभाग मे करवा कर वहां से सेवानिवृत्त हो गए । वहीं कोमल चंद भूतड़ा शाजापुर लोक निर्माण विभाग में कार्यपालन यंत्री बन गए इन दोनों के भ्रष्टाचार की लंबी फेहरिस्त है इन दोनों ने सरकारी धन को कैसे लूटा जिसका यह पहला उदाहरण गढ़ कालिका माता मंदिर से ओखलेश्वर पहुंच मार्ग निर्माण इन दोनों ने एक रोड को तीन बार निर्माण करवा दिया गया। ओखलेश्वर घाट से विक्रांत भैरव मंदिर तक शिप्रा नदी पर पुल का निर्माण किया गया था परंतु निर्माण की लागत कम होने से बचत राशी से ओखलेश्वर से गढ़कालिका पहुंच मार्ग का निर्माण किया गया था वही लोक निर्माण विभाग द्वारा इसी रोड को पुनः एक करोड़ सात लाख की लागत से निर्माण कर कार्य पूर्ण उपयोगिता प्रमाण पत्र  दिनांक 15 -4 -2016 को जारी किया गया सीमेंट कांक्रीट का बने दो बार रोड को पुनः तीसरी बार गढ़कालिका मंदिर से ओखलेश्वर घाट तक डामरीकरण रोड बना डाला जिसकी लागत एक करोड़ तीन लाख की लागत से बना एवं 31-3 -2016 को कार्य पूर्णता उपयोगिता प्रमाण पत्र जारी कर दिया गया। एसएससी 2016 करोड़ों का चूना दोनों कार्यपालन यंत्री और नोडल अधिकारी द्वारा सिंहस्थ में 3000 करोड़ के निर्माण कार्यों की जांच करें तो यह दोनों किसी कारागार में घट्टी पीसते देखे जा सकते हैं । अगर भ्रष्टाचार निवारण जांच एजेंसी और लोकायुक्त संज्ञान लेकर जांच करें तो सारा भ्रष्टाचार उजागर हो सकता हैं।


सिंहस्थ 2016 के धनकुबेरो ने सरकारी धन को लूटा।


3000 करोड़ के निर्माण कार्यों में 500 करोड़ से ज्यादा का घोटाला।


लोक निर्माण विभाग के दोनों भ्रष्टाचारी 3092.3 करोड़ के केलकर, भूतड़ा बने थे नोडल अधिकारी।


 सिंहस्थ 2016 संपन्न होते ही सिंहस्थ संभाग में डाले ताले और हो गए फरार ?


 मध्य प्रदेश की नाथ सरकार सिंहस्थ में हुए सैकड़ो करोड़ के भ्रष्टाचार पर संज्ञान लेकर करें कार्रवाई।