सिंहस्थ आरक्षित भूमि का क्षैत्रीय भूमाफियाओं द्वारा गिद्द भोज।

उज्जैन । उज्जैन अवंतिका पुरी में प्रति 12 वर्षों में सिंहस्थ कुंभ मेले का आयोजन होता है इस राष्ट्रीय आयोजन के लिए शासन प्रशासन आने वाले साधु सन्तो धर्मालु जनों को मूलभूत सुविधाएं शासन स्तर पर उपलब्ध कराई जाती है इस पूरे आयोजन कर्ता के रूप में उज्जैन जिला कलेक्टर होते है सिंहस्थ 2016 संपन्न हुए अभी मात्र 4 वर्ष ही बीते हैं इन्हें 4 वर्षों के कार्यकाल में सिंहस्थ मेला क्षेत्र की आरक्षित पुरातत्व की सुरक्षित भूमियों पर क्षेत्रीय भूमाफिया जनसेवा की आड़ में सिंहस्थ भूमि का चीर हरण करके गिद्ध भोज कर रहे हैं ।क्षेत्रीय रसूखदार पार्षद वर्तमान एवं पूर्व पार्षदों द्वारा सरकारी भूमि को बाले बाले गरीब आवासहीन परिवारों को कूट रचित तरीके से बेच रहे हैं सिंहस्थ मेला क्षेत्र के पिपली नाका, गढ़कालिका, रामजर्नादन मंदिर, वीरसावरकर,रोमी का मकबरा आदी कई क्षेत्र जो कि सिंहस्थ आरक्षित क्षेत्र है इन्हीं आरक्षित क्षेत्र के रसुकदार भू माफियाओं सरकारी तकायमी भूमियों को राजस्व अधिकारियों के साथ मिलकर सरकारी भूमियों को निजी करने का गोरख धंधा किया जा रहा है। उज्जैन नगर पालिका निगम के अधीनस्थ झोन कार्यालय एक पिपली नाका के आसपास भूमि जो कि राजस्व के बई खातों में भूमि शासकीय दर्ज होने के बाद निजी कैसे हो गई उक्त भूमि झोन कार्यालय के आसपास लगी हुई है। भाजपा शासनकाल में उक्त भूमि करोड़ों की शासकीय की गई थी इसके बाद भाजपा कांग्रेस के फटीचर जन सेवकों द्वारा आपस में सरकारी भूमियों का बंदरबांट कर काबिज हो गए और अब कॉलोनी काटने का गोरखधंधा किया जा रहा है ।इसी सरकारी जमीन पर कुछ प्लाट काटकर मकान बना लिए गए हैं वह जीस सरकारी भूमियों की रक्षा के लिए निगम अधिकारियों का अमला बैठा हुआ है उसके बाद भी सरकारी जमीनों पर पक्के निर्माण हो जावे इससे यह साबित होता है कि सिंहस्थ मेला क्षेत्र के भूमाफिया के साथ साथ राजस्व का अमला  और उज्जैन नगर पालिक निगम के अधिकारियों कर्मचारियों की सहभागिता के सरकारी जमीन पर मकान बनाए जा रहे हैं उन मकानों की किसी भी प्रकार से उज्जैन नगर पालिका निगम के झोन एक से निर्माण की अनुमति नहीं ली गई है तो फिर निगम के झोन कार्यालय के पास ही अवैध निर्माण हो गए हैं तो बाकी के सिंहस्थ क्षेत्रों में तो अवैधानिक तौर पर पक्के निर्माणों की बाढ़ सी आ गई है क्योंकि सिंहस्थ 2016 संपन्न हुए अभी मात्र 4 वर्ष ही बीते हैं एवं तीन चार वर्ष के कार्यकाल में मेला आरक्षित क्षेत्र द्वारा सरकारी भूमियों पर किये जा रहे है   अवैध निर्माण को लेकर राजस्व अधिकारी जिला कलेक्टर संभागायुक्त संज्ञान लेकर कार्रवाई करें नहीं तो सिंहस्थ मेला आरक्षित भूमियों का ये क्षेत्रीय भूमाफियाओं जन सेवा की आड़ में ऐसे ही गिद्द भोज करते रहेंगे।



सिंहस्थ मेला क्षेत्र की आरक्षित सरकारी भूमियों का जन सेवकों द्वारा गीद्द भोज।



बिना अनुमति  के निगम अधिकारियों के संरक्षण में आरक्षित क्षेत्र में पक्के निर्माण जारी।



भाजपा कांग्रेस के क्षैत्रीय जनसेवक कम भूमाफिया सरकारी भूमियों का कर रहे बन्दरबाट।



राजस्व अधिकारी जिला कलेक्टर ले संज्ञान करें कार्यवाही।


सिंहस्थ 2016 सम्पन्न हुए 4 वर्ष बीते।