उज्जैन । उज्जैन माधवराव सिंधिया कृषि उपज मंडी समिति उज्जैन में उज्जैन संभाग की ए क्लास मण्डी के रूप में विख्यात है । इसी कारण से सरकार भी इस कृषि उपज मंडी में कृषि उपज बेचने वाले किसानों एवं व्यापारियों को मूलभूत सुविधा मुहैया कराने के लिए लाखों करोड़ों रुपए खर्च कर सुविधाएं मुहैया कराई जाती पर इस माधवराव सिंधिया कृषि उपज मण्डी समिति के अधिकारियों की निष्क्रियता की वजह से आज जो हाल इस कृषि उपज मंडी समिति का है इसको बनाने में मंडी सचिव की अहम भूमिका है क्योंकि इस ए क्लास मंडी में सचिव तो ए क्लास नहीं हैं। इस मंडी में सी क्लास मंडी सचिव होने की वजह से जैसा मंडी सचिव को पावर होता है वैसे ही कार्य किए जाते हैं। मध्यप्रदेश शासन किसानों व्यापारियों को कृषि उपज बैचने खरीदने वालों को मंडी समिति में मूलभूत सुविधाएं मुहैया कराई जा रही है । जिसमें हाईराइज सेटो के अलावा सुलभ शौचालय एवं मंडी प्रांगण में सब्जी मंडी के पास बायोमेट्रिक सुलभ शौचालय का निर्माण कराया मंडी समिति द्वारा मंडी समिति को 2 वर्ष से अधिक समय हो गया है निर्माण कराए जब से आज तक बायोमेट्रिक सुलभ शौचालय दोनों पर मंडी समिति द्वारा ताले डाल रखे हैं वही मंडी समिति द्वारा लाखों की लागत से पीने के पानी के लिए आर.ओ. वाटर लगा रखा है जिसके आसपास खाली पड़ी जगह किसानों एवं आम राहगीरों ने पेशाब घर में तब्दील कर दिया गया है। जब बायोमेट्रिक टायलेट पर ताला ही लगा कर रखना था तो उसका निर्माण लाखों रुपए लगाकर क्यों कराया गया या किसी जनसेवकों से फिता कटवाने की योजना तो मंडी सचिव की नहीं हैं ।इस पुरे मामले पर आंचलिक कार्यालय के वरिष्ठ अधिकारी संज्ञान लेकर पुरे मामले की जांच कराए।
माधवराव सिंधिया कृषि उपज मंडी उज्जैन का हाल, बायो टॉयलेट में लगे ताले, आरो वाटर को बनाया पेशाब घर